
राशमी। क्षेत्र के प्रमुख शक्तिपीठ मरमी माता में रविवार को सवामणि का आयोजन किया गया। सालों से चली आ रही परंपरा के अनुसार पांच गांवों के सहयोग से मरमी माता को सवामण लापसी का भोग चढ़ाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि अच्छी वर्षा की कामना एवं खरीफ फसल के अच्छे उत्पादन की कामना को लेकर प्रति वर्ष मरमी माता में सवामणि का आयोजन किया जाता है। हालांकि इसमें प्रसाद की मात्रा 3 से 4 मण तक भी होती हैं। लेकिन इसे आमतौर पर सवामणि चढ़ाना ही कहा जाता है। निकटवर्ती मरमी,जालमपुरा,गोकुलपुरा,लालपुरा,जगपुरा,पुनावता गांव के ग्रामीणों के सामूहिक सहयोग से सवामणि का आयोजन किया जाता है। रविवार को इस मौके पर माता चामुंडा का विशेष श्रृंगार किया गया। सर्वप्रथम ढोल बाजे के साथ ग्रामीण चामुंडा माता के मंदिर पहुंचे। जहां माता को लापसी का भोग चढ़ाया गया। इसके बाद लापसी श्रद्धालुओं में वितरित की गई। इस अवसर पर ग्रामीण उदयराम अहीर,भेरूलाल अहीर,रामलाल विजयवर्गीय,कालूराम विजयवर्गीय,हजारी लाल पुर्बिया,ऊंकार लाल अहीर,गोपाल दास वैष्णव,भूरालाल अहीर भी उपस्थित रहे।

