बेगूं। हर साल 5 दिसंबर को खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा ‘विश्व मृदा दिवस’ मिट्टी के स्थायी प्रबंधन की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। जिस तरह पानी के बिना जीवन की कल्पना मुमकिन नहीं ठीक उसी तरह मिट्टी का भी महत्व है। चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड ने पिछले दो दशकों से देश की खाद्य सुरक्षा में जिम्मेदारी के साथ योगदान दिया है। टिकाऊ खेती के तरीकों को बढ़ावा देने के लिए चंबल सुव्यवस्थित तरीकों से ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक प्रकार के तकनीकि कृषि सलाह कार्यक्रम चलती है। चंबल किसानो को मिट्टी और पानी का परीक्षण की निःशुल्क सेवा भी उपलब्ध कराती है और परीक्षण के परिणामों के आधार पर चंबल के विशेषज्ञ खेती में उर्वरकों के संतुलित उपयोग पर जोर देते हैं। विश्व मृदा दिवस को ध्यान में रखते हुए चंबल फर्टिलाइजर्स द्वारा उत्तम संतुलित पोषण अभियान के तहत क्षेत्र के विभिन्न गाँवो में मिट्टी की देखभाल कैसे की जाये के बारें में किसानों को जागरूक करने के लिए सघन कम्पैन 22 नवम्बर से 10 दिसम्बर 2024 तक चलाया जा रहा है। इस कम्पैन में विभिन्न तकनिकी कार्यक्रमों जैसे चौपाल गोष्ठी, मिट्टी परीक्षण दिवस, मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण दिवस, कृषक संगोष्ठि, फसल संगोष्ठि, उर्वरक अभिमुख कार्यक्रम आदि का आयोजन करके किसानों को मिट्टी जाँच का तरीका और फायदें, मिट्टी की निगरानी रखने वाले उपकरणों और मिट्टी को टिकाऊ और स्वस्थ बनायें रखने के प्रबंधन के तरीकों के बारें में समझाया जा रहा है। 5 दिसम्बर को इस कम्पैन के तहत बानोड़ा गांव जिला चित्तौड़गढ़ में कार्यक्रम का आयोजन करके ‘विश्व मृदा दिवस’ मनाया गया। कृष्ण खाद बीज भंडार बेगूं के प्रोपराइटर प्रकाश धाकड़ ने किसानों को नई तकनीकी की खेती की जानकारी दी। इस कार्यक्रम में चंबल फर्टिलाइजर्स के अधिकारी एरिया मैनेजर जगदीश, और कृषि वैज्ञानिक एडी शंकर जाट और यूआरसी चांदमल बंजारा रहे। कृष्ण खाद बीज भंडार बेगूं के प्रोपराइटर प्रकाश जी धाकड़ ने किसानों को नई तकनीकी की खेती की जानकारी दी।
