
जोधपुर। राजस्थान की जोधपुर की नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने दिल्ली स्थित सफेमा कोर्ट से चित्तौड़गढ़ जिले की बड़ीसादड़ी नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन व मादक पदार्थ तस्कर निर्मल पितलिया का बैंक बैलेंस सीज करने का ‘कन्फर्मेशन ऑर्डर’ हासिल किया है। यह कार्रवाई एनसीबी द्वारा साढ़े 10 किलो अफीम दूध बरामदगी से जुड़े इस तस्कर द्वारा मादक पदार्थ की खरीद-फरोख्त से अर्जित संपत्तियों को फ्रीज करने के लिए की गई। पितलिया की अन्य संपत्तियों के बारे में भी एनसीबी की टीम छानबीन में जुटी हुई है।
एनसीबी जोधपुर के क्षेत्रीय निदेशक घनश्याम सोनी ने बताया कि गत 30 अगस्त 2024 को एनसीबी की जोधपुर टीम ने उदयपुर में नेशनल हाई-वे-27 स्थित गोगुंदा टोल प्लाजा पर एक हुंडई क्रेटा कार को रोका था। उसकी तलाशी में टीम को 10 किलो 500 ग्राम अफीम का दूध बरामद हुआ था। इस मामले में एनसीबी टीम ने नपा के पूर्व चेयरमैन निर्मल पितलिया और उसके साथी बड़ी सादड़ी के ही कृष्ण वाटिका निवासी इलियास खां को गिरफ्तार किया था। ऐसे शातिर तस्करों पर सख्त कार्रवाई के क्रम में मादक पदार्थ से अर्जित संपत्तियों के बारे में छानबीन शुरू की गई, ताकि वित्तीय अनुसंधान करके इन तस्करों की आर्थिक रूप से कमर जोड़ी जा सके। एनसीबी की टीम की प्रारंभिक छानबीन में पितलिया बैंक खाते में बैलेंस के साथ एलआईसी इत्यादि में निवेश के तथ्य सामने आए।

●ये है सफेमा और इससे जुड़ी प्रक्रिया
सफेमा (SAFEMA), जिसका पूरा नाम ‘तस्कर और विदेशी मुद्रा हेरफेर (संपत्ति जब्ती ) ( Smugglers & Foreign Exchange Fraudsters (Property Withdrawal) अधिनियम, 1976’ है। यह एक ऐसा कानून है, जो तस्करों और विदेशी मुद्रा हेरफेर करने वालों की
अवैध रूप से अर्जित संपत्तियों को जब्त करने के लिए बनाया गया है। इस कानून के तहत किसी भी व्यक्ति के पास 10 साल के अंदर खुद के या अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के नाम से अधिक संपत्ति पाई जाती है, तो कोर्ट संबंधित को नोटिस जारी कर उन संपत्तियों की जानकारी देने के लिए कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश दे सकती है।
●सफेमा कोर्ट में सुनवाई, पहला पड़ाव सफलतापूर्वक पार सोनी के अनुसार तस्कर पितलिया के बारे में शुरुआती छानबीन में बैंक बैलेंस व अन्य में करीब 5 लाख 60 हजार रुपए मूल्य की अवैध संपत्तियों की पहचान हो गई। इन्हें फ्रीज करने के लिए फ्रीजिंग ऑर्डर बनाकर सफे (तस्कर एवं विदेशी मुद्रा छलसाधक (सम्पति आहरण) दिल्ली को भेजा गया। जहां कई बार सुनवाई हुई। सफे कोर्ट से तस्कर द्वारा अवैध कारोबार से अर्जित मानकर इन सम्पतियों को फ्रीजिंग कन्फर्मेशन किया गया है। एनसीबी ने इन्हें विधिक प्रावधानों के तहत जब्त कर लिया है। कलक्टर, तहसीलदार के साथ आमजन से भी जानकारी देने की अपील क्षेत्रीय निदेशक सोनी ने बताया कि पितलिया व उसके साथी की अन्य संपत्तियों के बारे में पता लगाने के लिए चित्तौड़गढ़ पुलिस अधीक्षक और तहसीलदार को भी पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। इसके अलावा आम नागरिकों से अपील की गई है कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एनसीबी के इस अभियान में सहयोग कर सकते हैं। कोई भी नागरिक अपनी पहचान छुपाकर भी जानकारी को मैनस राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन टोल-फ्री नंबर 1933 पर साझा कर सकते हैं।
●चेयरमैन रहते दो लाख रुपए का रिश्वत में लिया था चैक, साले को चैक कैश करवाने बैंक भेजा था
उदयपुर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने साल 2021 के 25 मई को बड़ीसादड़ी नगर पालिकाध्यक्ष निर्मल पितलिया के साले कुश शर्मा को बैंक में चेक से रिश्वत की राशि लेते पकड़ा था। भ्रष्टाचार की शिकायत करने वाले ठेकेदार विष्णु व्यास की फर्म से चेयरमैन ने रिश्वत के 2 लाख का चेक लिया था। इसे कैश करवाने के लिए चेयरमैन ने अपने साले को बैंक भेजा था। लेकिन वहां पहले से मौजूद एसीबी टीम ने कुश शर्मा को रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया था। एसीबी कार्रवाई की भनक लगते ही निर्मल पितलिया अपने घर से फरार हो गया था। टीम ने पितलिया की गिरफ्तारी के लिए उसके घर पर दबिश दी थी लेकिन वह फरार हो गया था। मकान की तलाशी के दौरान एसीबी को पिस्तौल और जिंदा कारतूस मिले थे। पिस्तौल के बारे में परिजनों से पूछताछ करने पर लाईसेंसी होना बताया था, लेकिन लाइसेंस मांगने पर नहीं दिखाया गया। बड़ीसादड़ी पुलिस ने एसीबी के निर्देश पर आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज किया था। राज्य सरकार ने कार्रवाई के 41 दिन बाद पितलिया को बर्खास्त कर दिया था। करीब 6 महीने बाद फरार आरोपी निर्मल पितलिया ने अपने आप को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
●बड़ीसादड़ी के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष पितलिया को उदयपुर जिले की गोगुंदा थाना पुलिस ने करीब साढ़े 10 किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया था। बरामद की गई अफीम का अनुमानित मूल्य लाखों में था। उदयपुर जिले के गोगुंदा पुलिस ने गोगुंदा टोल प्लाजा पर जांच के दौरान एक क्रेटा कार को रोक कर तलाशी ली। उसमें से 10 किलो 450 किलोग्राम अवैध अफीम बरामद हुई। पुलिस ने कार सहित दो आरोपियों निर्मल कुमार पितलिया पुत्र हिम्मत सिंह पितलिया निवासी ब्रह्मपुरी बड़ीसादड़ी थाना बड़ीसादड़ी जिला चित्तौड़गढ़ तथा इलियास पुत्र सरदार खान निवासी कृष्ण वाटिका बड़ीसादड़ी थाना बड़ीसादड़ी जिला चित्तौड़गढ़ को गिरफ्तार किया था। गोगुंदा थाना पुलिस व जोधपुर नारकोटिक्स ब्यूरो की संयुक्त कार्रवाई में पकड़ी गई अफीम की कीमत लाखों रुपए में बताई गई।

Author: डेस्क/माय सर्कल न्यूज
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