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July 2, 2025 12:54 am

पेयजल में गंदा पानी मिलने से मचा हड़कंप,बेगूं में जलजनित रोग का कहर, पाइपलाइन लीकेज से फैली बीमारी

बेगूं। बेगूं कस्बे के वार्ड 25 स्थित धूलखेड़ा क्षेत्र में दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण जलजनित रोग फैल गया है। अब तक दो बुजुर्गों की मौत हो चुकी है और आधा दर्जन से अधिक लोग उल्टी-दस्त जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। एक महिला की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
प्रशासनिक जांच में सामने आया है कि मुख्य सड़क के पास पेयजल पाइपलाइन में लीकेज होने के कारण नालियों का गंदा पानी सप्लाई लाइन में मिल गया, जिससे घरों में दूषित जल पहुंचा। यह स्थिति करीब 1–2 सप्ताह तक बनी रही, जिससे कई लोग बीमार हो गए।

साफ-सफाई के दावों की खुली पोल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि साफ सफाई होने के दावे किए जाते हैं, लेकिन फिर भी ऐसी घटनाएं सामने आना चिंता का विषय है। प्रशासन की लापरवाही भी इसमें एक बड़ा कारण है। लोगों ने यह भी कहा कि यदि नगर पालिका प्रशासन समय समय पर खाली पड़े भूखंडों समीप बनी नालियों की सफाई कराता रहे तो इस प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है।

क्या कह रहा प्रशासन?
प्रशासन ने पाइपलाइन लीकेज की मरम्मत शुरू कर दी है और क्षेत्र में वैकल्पिक जल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। चिकित्सा टीमें तैनात कर दी गई हैं और क्षेत्र में बीमार लोगों की पहचान तथा उपचार का कार्य जारी है। बताया कि वार्ड के आधे से ज्यादा नल के कनेक्शन नालियों के अंदर से निकल कर घरों में जा रहे है।

मौके पर पहुंचे अधिकारी

गंभीर बीमारी को देखते हुए अधिकारियों ने वार्ड नंबर 25 में वार्डवासियों से मुलाकात की गई। वही इलाके में उल्टी-दस्त से पीड़ित लोगों का हालचाल जाना। इस दौरान जलदाय विभाग की व्यवस्थाओं का मौके पर जायजा लिया गया। चिकित्सा सेवाओं और सफाई व्यवस्था को समीक्षा की गई। बेगूं उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश ने इलाके में बढ़ते संक्रमण को लेकर चिंता जताई गई। जल्द सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए। अधिकारियों के समक्ष ग्रामीणों ने भी अपनी समस्याएं बताई

नागरिकों की मांग
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि नियमित रूप से जल आपूर्ति की गुणवत्ता की जांच हो, पाइपलाइनों की स्थिति का निरीक्षण किया जाए और नगर पालिका को साफ सफाई के लिए जवाबदेह बनाया जाए।

वार्ड में मूलभूत सुविधा का आभाव

धूलखेड़ा के आधे गांव के मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति के लिए ग्रामीणों ने अपने कनेक्शन की लाईन व्यक्तिगत रूप से खींची है. इन में से अधिकांश सिंगल लाइनों के पाइप गांव के बाहर निकल रहे गटर के नाले में झूल रहे है, इस लाइन एवं अन्य लाइनों को सही नहीं कराया गया तो वर्षा काल में गांव में जल जनित बीमारी का प्रकोप फिर से झेलना पड़ सकता है। मूल समस्या आधे धूललखेड़ा गांव मैन पाईप लाईन का अभाव है। यदि गांव में वर्षाकाल से पहले पाईप लाईन डालने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई हों तो ग्रामीणों को सुरक्षित किया जा सकता है।

नलियों से निकलते घर के नल कनेक्शन



75 वर्षीय शंकरलाल धाकड़ की आज सुबह

चित्तौड़गढ़ में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। उन्हें तीन दिन पहले चित्तौड़गढ़ रेफर किया था  जानकारी है कि इसी क्षेत्र में रहने वाली तुसली धाकड़ की हालत नाजुक बनाई हुई है। जिसका चित्तौड़गढ़ अस्पताल में उपचार चल रहा है। इधर उल्टी, दस्त का प्रकोप देखते हुए चिकित्सा विभाग ने टीमें बनाकर सर्वे कराया है वहीं बेगूं उपखंड अधिकारी मनस्वी नरेश भी क्षेत्र में पहुंची और स्थानीय लोगों से चर्चा की। इस दौरान अधिकारी भी पहुंचे और सर्वे कराया गया।

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