बेगूं। जिला परिषद उपचुनाव के वार्ड संख्या 22 में शुक्रवार को मतदान संपन्न हुआ, जिसमें शाम 5 बजे तक मात्र 29.18 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। कुल 39,023 मतदाताओं में से केवल 11,387 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सूत्रों ने अनुसार मतदान प्रतिशत कम रहने का एक बड़ा कारण जनता की राजनीतिक दलों के कार्यकाल को लेकर नाराजगी भी रही। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की न पूरी तैयारी और जनता के प्रति उदासीनता के चलते मतदाता मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंचे।
प्रशासन ने चुनाव शांतिपूर्ण कराने के लिए व्यापक प्रबंध किए थे। हालांकि चुनाव के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना सामने नहीं आई, और मतदान प्रक्रिया पूरी तरह शांतिपूर्ण रही। अब सभी की निगाहें चुनाव परिणामों पर टिकी हैं, जिस की गणना कल की जाएंगे।


●मतदान केंद्रों पर पसरा सन्नाटा
कम मतदान के चलते कई मतदान केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा। कई जगहों पर सुबह से ही मतदाता नदारद रहे, जिससे मतदान कर्मी खाली बैठे रहे। जिन मतदान केंद्रों पर पहले लंबी कतारें लगती थीं, वहां इस बार इक्का-दुक्का लोग ही मतदान करने पहुंचे।
●सुवाणिया पंचायत में बहिष्कार
सुवाणिया पंचायत के पांच गांवों में मतदान प्रतिशत महज 9 प्रतिशत रहा। ग्रामीणों ने गंवार-गवारिया जाति को ओबीसी या एससी में शामिल नहीं करने के विरोध में चुनाव का बहिष्कार किया। इन गांवों के मतदाताओं ने मतदान केंद्रों से दूरी बनाए रखी, जिससे मतदान प्रतिशत काफी कम हो गया। बहिष्कार की सूचना अधिकारियों तक पहुंची, लेकिन इसे लेकर कोई ठोस संज्ञान नहीं लिया गया, जिससे ग्रामीणों की नाराजगी और बढ़ गई।

