
राशमी। यहां स्थानीय न्यायालय में ताल्लुका विधिक सेवा समिति के तत्वावधान में द्वितीय शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। विधिक सेवा समिति की अध्यक्षा एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट पृथा फौजदार की अध्यक्षता में गठित बैंच में विचाराधीन प्रकरणों का निस्तारण किया जाकर 33 लाख 97 हजार 638 रूपये की राशि का अवार्ड पारित किया गया।ताल्लुका विधिक सेवा समिति के सचिव राहुल भास्कर ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशानुसार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चित्तौडगढ अध्यक्ष महेन्द्र सिंह सिसोदिया के निर्देशानुसार आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में लंबित प्रकरणों का पक्षकारो के मध्य राजीनामे से लोक अदालत की भावना से प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इसी प्रकार बिजली विभाग,बैंको एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं,दूरसंचार,जलदाय विभाग के प्रिलिटिगेशन संबंधित 1900 प्रकरणों को सम्मिलित किया गया था। बिजली के बकाया बिलों पर 50 प्रतिशत की भारी छूट के साथ राजीनामा से प्रकरणों का निस्तारण किया गया। जिस कारण से लोगो ने उत्साह से लोक अदालत में भाग लिया और लाभान्वित हुए। इस अवसर पर लोक अदालत पीठ के सदस्य तहसीलदार बेणीप्रसाद सरगरा,एडवोकेट पुष्केन्द्र सिंह चौहान,मनोहर लाल गोस्वामी,शंभू लाल आचार्य,कैलाश चंद्र सुखवाल सहित न्यायालय के रीडर निखिल रोहिला व मुकेश गाडरी,प्रॉसेस सर्वर पुष्पा सुखवाल,कोर्ट मुंशी उमेश मीणा व विभिन्न बैंको के शाखा प्रबंधक एवं बिजली विभाग के अधिकारी तथा पक्षकारान उपस्थित होकर लोक अदालत में सभी मुकदमों का निस्तारण आपसी सुलह व समझाईश से कराया गया।

