बेगूं। रायता ग्राम पंचायत के पुनर्गठन को लेकर क्षेत्र में विवाद शुरू हुआ। पंचायत पुनर्गठन के तहत बनाई गई नवगठित रायती पंचायत में शामिल किए गए तुरकड़ी, सिंहपुर, बोर बावड़ी, जयसिंहपुरा और स्वरूप जी की खेड़ी गांवों के ग्रामीणों ने इस निर्णय का विरोध जताया है। गुरुवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण बेगूं पहुंचे और एसडीएम मनस्वी नरेश को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि रायती पंचायत का मुख्यालय जिस गांव में बनाया गया है, उसकी राजस्व सीमा तुरकड़ी, सिंहपुर, बोर बावड़ी, जयसिंहपुरा और स्वरूप जी की खेड़ी इन पांच गांवों से नहीं मिलती। ऐसे में पंचायत गठन संबंधी नियमों का उल्लंघन हुआ है। नियमों के अनुसार एक ही पंचायत में शामिल राजस्व गांवों की सीमाएं आपस में जुड़ी होनी चाहिए, जबकि वर्तमान संरचना में यह संभव नहीं है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह प्रस्ताव या तो तकनीकी चूक का परिणाम है अथवा जानबूझकर तैयार किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ये पांचों गांव मिलकर स्वयं एक ग्राम पंचायत बनाने की पात्रता रखते हैं। जिससे ग्रामीणों को पंचायत संबंधी कार्यों के लिए अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
ग्रामीणों ने मांग की है कि रायती ग्राम पंचायत को निरस्त कर रायती को रायता ग्राम पंचायत में रखा जाए व स्वरूप जी की खेड़ी, सिंहपुर , बोर बावड़ी , तुरकड़ी , जयसिंहपुरा व संभव हो तो बामनहेड़ा को मिलाकर नई पंचायत बनाई जाए ।


