
बेगूं। धामंचा वन क्षेत्र में सोमवार को अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई, जिससे करीब 50 बीघा क्षेत्र में फैले पेड़-पौधे और घास जलकर राख हो गए। आग की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रेंजर दीपक जासु ने घटनास्थल पहुंचे और दमकल को सूचित किया। आग के चलते पूरे वन क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल बन गया। फिलहाल आग बुझाने का प्रयास जारी है। तेज गर्मी और बढ़ते तापमान के चलते आग पर काबू पाना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। इस घटना में ग्रामीणों ने भी सहयोग किया है।
जांच पर उठ रहे सवाल
गौरतलब है कि धामंचा वन क्षेत्र में पिछले कुछ समय से आग लगने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। लेकिन हर बार आग के कारणों का पता नहीं चल पाता। वन विभाग की जांच प्रक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं। आखिर हर साल गर्मी आते ही जंगल क्यों धधक उठते हैं, इसका कोई ठोस जवाब अब तक नहीं मिल पाया है। अब सवाल यही है कि आखिर कब तक यूं ही हरियाली आग की भेंट चढ़ती रहेगी?

जिम्मेदार कौन?
बार बार आग लगने और कारणों का सुराग न लग पाने से यह सवाल और गहरा हो गया है कि आखिर धामंचा की हरियाली को बचाने की जिम्मेदारी किसकी है? और कब तक जांच के नाम पर खानापूर्ति होती रहेगी?
