रावतभाटा। उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोपालपुरा स्थित उमरचा तालाब में अवैध मिट्टी खनन जोरों पर चल रहा है। स्थानीय माफिया दिन ओर रात के अंधेरे में जेसीबी मशीनों से तालाब की खुदाई कर डंपरों के जरिये मिट्टी का परिवहन कर रहे हैं। यह मिट्टी आसपास के खेतों में डाली जा रही है और ऊंचे दामों पर बेची जा रही है।
ग्रामीणों द्वारा जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार सूचना देने के बावजूद अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। इससे क्षेत्र में प्रशासन की भूमिका को लेकर सवाल उठने लगे हैं और अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका भी जताई जा रही है। ग्राम पंचायत गोपालपुरा के प्रशासक (सरपंच) प्रभुलाल बलाई ने चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर को शिकायत पत्र भेजकर उमरचा तालाब में हो रहे अवैध मिट्टी खनन को तत्काल रोकने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
शिकायत पत्र में बताया गया कि उमरचा तालाब पंचायतीराज विभाग के अधीन आता है, लेकिन प्रभावशाली भू-माफिया बिना किसी अनुमति के जेसीबी मशीनों से मिट्टी निकाल रहे हैं और मोटी रकम वसूल रहे हैं। इससे सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। प्रशासक ने मांग की है कि अवैध खनन में प्रयुक्त जेसीबी और डंपरों को जब्त किया जाए और माफियाओं पर कठोर कार्रवाई की जाए।
●खनन माफिया लगातार सक्रिय
क्षेत्र में अवैध मिट्टी खनन की घटनाएं नई नहीं हैं। प्रत्येक वर्ष गर्मियों के मौसम में, जब खेत खाली होते हैं, तब खनन माफिया सक्रिय हो जाते हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी “सफेदपोश” नेताओं की मिलीभगत से बड़े स्तर पर अवैध खनन हुआ था। सत्ता परिवर्तन के बावजूद अब भी भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हैं।
गत वर्ष भी उमरचा तालाब और तम्बोलिया ग्राम पंचायत के नाहरगढ़ तालाब में अवैध मिट्टी खनन की शिकायतों पर प्रशासन ने कार्रवाई कर जुर्माना वसूला था। बावजूद इसके इस वर्ष फिर से वही हालात बनते दिख रहे हैं। तम्बोलिया ग्राम पंचायत के नाहरगढ़ तालाब में भी अवैध मिट्टी खनन की खबरें सामने आई हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अवैध मिट्टी खनन पर तुरंत रोक लगाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि क्षेत्र की प्राकृतिक संपत्ति और सरकारी राजस्व की रक्षा की जा सके।

