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July 1, 2025 3:28 pm

उर्वरक विनिर्माता इकाइयों पर औचक निरीक्षण, 600 मीट्रिक टन SSP के विक्रय पर लगी रोक, लापरवाही पर नोटिस

चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर आलोक रंजन के निर्देशों की पालना में निम्बाहेड़ा ब्लॉक स्थित विभिन्न उर्वरक विनिर्माता इकाइयों का औचक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण तहसीलदार निम्बाहेड़ा, उप निदेशक उद्यान, उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा, सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) एवं कृषि अधिकारी, चित्तौड़गढ़ की संयुक्त टीम द्वारा संपन्न हुआ। निरीक्षण के दौरान मैसर्स खेतान केमिकल एंड फर्टिलाइजर लिमिटेड, धीनवा, मैसर्स अन्नपूर्णा फर्टिलाइज़र एंड पेस्टीसाइड प्रा. लि., डोरिया, मैसर्स रामा फॉस्फेट्स लिमिटेड, सगवाड़िया आदि प्रमुख कंपनियों का गहन परीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान पाया गया कि अधिकांश स्थानों पर मार्बल सल्लरी जैसा रॉ मटेरियल अनुपस्थित था, जबकि रॉक फॉस्फेट एवं अन्य कच्चे माल का संग्रह किया गया था। वर्षा ऋतु को दृष्टिगत रखते हुए कंपनियों को रॉ मटेरियल के सुरक्षित एवं उपयुक्त भंडारण हेतु आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए।

विशेष कार्रवाई

अन्नपूर्णा फर्टिलाइज़र एंड पेस्टीसाइड्स प्रा. लि., डोरिया पर रोक

इस कंपनी के निरीक्षण में पाया गया कि मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद उचित भंडारण व्यवस्था नहीं थी, तथा SSP (सिंगल सुपर फॉस्फेट) के भीगे हुए कट्टे स्टॉक में पाए गए।

कृषि अधिकारी ज्योति प्रकाश सिरोया द्वारा कंपनी को नोटिस जारी किया गया एवं छः बैचों (कुल 600 मीट्रिक टन) के SSP के विक्रय पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई गई। साथ ही निर्देश दिए गए कि इन बैचों का नवीन सैंपलिंग कर परीक्षण उपरांत मानक अनुसार पाए जाने पर ही उनका विक्रय किया जाए। साथ ही कंपनी को भविष्य में भंडारण की उचित एवं संरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सख्त निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कृषकों को गुणवत्तापूर्ण एवं सुरक्षित कृषि आदान ही उपलब्ध कराए जाएं तथा उर्वरक विनिर्माण से संबंधित सभी इकाइयाँ नियमानुसार कार्य करें।

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