
बेगूं। क्षेत्र के प्रमुख जल स्रोत रूपारेल बांध का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। रूपारेल बांध का जलस्तर लगातार बढ़ते हुए अपनी पूर्ण भराव क्षमता के निकट पहुंच गया है। मंगलवार रात्रि 8:50 बजे बांध का जलस्तर 6 मीटर 25 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया, जबकि इसकी कुल भराव क्षमता 6 मीटर 50 सेंटीमीटर है। वही निरंतर बांध में पानी की आवक तेजी बनी हुई है। लगातार पानी की तेज़ आवक से नदी नाले उफान पर हैं और कई स्थानों पर पानी का वेग इतना तेज़ है कि वह सीधे किसानों के खेतों में घुस गया।


अचानक खेतों में पानी भर जाने से हाल ही में बोए गए बीज पूरी तरह बह कर नष्ट हो गए हैं। विशेष रूप से मक्का और मूंगफली की बुवाई कर चुके किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। कई खेतों की चारदीवारी भी पानी के दबाव से ढह गई, जिससे खेतों में और अधिक क्षति हुई।
किसानों ने बड़ी मेहनत और लागत से खरीफ फसलों की बुवाई की थी, लेकिन लगातार बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। अब वे दोबारा बुवाई को लेकर असमंजस में हैं। खेतों में पानी जमा होने से नमी अधिक हो गई है और निकासी की व्यवस्था भी नाकाफी साबित हो रही है। स्थानीय किसानों ने प्रशासन से क्षतिपूर्ति और राहत सहायता की मांग की है। अगर बारिश का यह सिलसिला जारी रहा तो नुकसान और बढ़ सकता है।

